Trump Tariff War: ‘जो कहा वो करके दिखाया’, 14 देशों पर ट्रंप ने लगाया भारी टैरिफ

Trump Tariff War

Trump Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को वैश्विक व्यापार में एक महत्वपूर्ण बदलाव का एलान किया है. उन्होंने साउथ कोरिया, जापान, म्यांमार, लाओस, दक्षिण अफ्रीका, कजाकिस्तान और मलेशिया जैसे देशों से आयात होने वाले उत्पादों पर भारी टैरिफ लगाने की घोषणा की. यह कदम अमेरिका और इन देशों के बीच व्यापार घाटे को कम करने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है. ट्रंप ने सोशल मीडिया पर इस फैसले की जानकारी दी और इसे अमेरिका के लिए जरूरी कदम बताया.

अमेरिका और इन देशों के व्यापार घाटे को कम करने की दिशा में अहम कदम

ट्रंप ने कहा कि इन देशों से होने वाले आयात पर यह टैरिफ व्यापार घाटे को कम करने के लिए आवश्यक है. हालांकि, उन्होंने इन देशों को ‘स्वीकार करें या छोड़ दें’ का अल्टीमेटम देते हुए एक टैरिफ लेटर भेजा है, जिससे वार्ता की गति तेज हो और टैरिफ सिस्टम को और प्रभावी बनाया जा सके. उनका कहना था कि यह कदम व्यापार घाटे को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए जरूरी नहीं है, बल्कि इसे धीरे-धीरे संतुलित किया जाएगा. ट्रंप ने स्पष्ट किया कि इन देशों के साथ व्यापार जारी रखने की इच्छा है, बशर्ते यह व्यापार निष्पक्ष और संतुलित हो. उन्होंने यह भी बताया कि यह टैरिफ दरें व्यापार घाटे को समाप्त करने के लिए जरूरी दरों से कहीं कम हैं.

25% टैरिफ से शुरूआत, फिर धीरे-धीरे बढ़ता कदम

ट्रंप ने सबसे पहले जापान और दक्षिण कोरिया पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया. इसके बाद उन्होंने म्यांमार, लाओस, दक्षिण अफ्रीका, कजाकिस्तान और मलेशिया के लिए भी भारी टैरिफ की घोषणा की. इसके बाद, ट्रंप ने पांच और देशों के राष्ट्रपतियों को पत्र भेजकर उनके उत्पादों पर भी टैरिफ लगाने का फैसला लिया. इनमें ट्यूनीशिया, इंडोनेशिया, बोस्निया, बांग्लादेश, सर्बिया, कंबोडिया और थाईलैंड शामिल हैं.

किस देश पर कितना टैरिफ लगेगा?

  1. जापान: 25% टैरिफ
  2. साउथ कोरिया: 25% टैरिफ
  3. म्यांमार: 40% टैरिफ
  4. लाओस: 40% टैरिफ
  5. दक्षिण अफ्रीका: 30% टैरिफ
  6. कजाकिस्तान: 25% टैरिफ
  7. मलेशिया: 25% टैरिफ
  8. ट्यूनीशिया: 25% टैरिफ
  9. इंडोनेशिया: 32% टैरिफ
  10. बोस्निया: 30% टैरिफ
  11. बांग्लादेश: 35% टैरिफ
  12. सर्बिया: 35% टैरिफ
  13. कंबोडिया: 36% टैरिफ
  14. थाईलैंड: 36% टैरिफ

टैरिफ के लाभ और व्यापार संतुलन

ट्रंप ने इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि यह कदम अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और घरेलू उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है. उनका कहना था, “हम उन देशों से व्यापार घाटे को अब और बर्दाश्त नहीं कर सकते जो हमारे बाजारों का फायदा उठा रहे हैं. ये टैरिफ हमारे व्यापार को संतुलित करेंगे और अमेरिकी नौकरियों को सुरक्षित रखने में मदद करेंगे.”

जापान और साउथ कोरिया को भेजे पत्र

ट्रंप ने अपनी घोषणा में कहा कि यह टैरिफ 1 अगस्त 2025 से लागू होंगे. उन्होंने जापान और साउथ कोरिया के नेताओं को यह पत्र पहले भेजे, जिसमें टैरिफ लागू करने के अपने फैसले के बारे में विस्तार से बताया. ट्रंप ने इन देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को लिखा, “1 अगस्त से हम जापान और कोरिया से आने वाले सभी उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाएंगे, जो पूरी तरह से एक नए टैरिफ सेट के तहत होगा. यह कदम हमारे व्यापार घाटे को ठीक करने के लिए जरूरी है, और यह दरें आवश्यक दरों से कहीं कम हैं.”

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि जापान और दक्षिण कोरिया की कंपनियां अमेरिका में उत्पादन करने का निर्णय लेती हैं, तो उन्हें कोई टैरिफ नहीं लगेगा. ट्रंप ने आश्वासन दिया कि अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग करने वाले उत्पादों को टैरिफ से मुक्त रखा जाएगा.

अमेरिका का व्यापार रणनीति में बदलाव

ट्रंप का यह कदम अमेरिकी व्यापार रणनीति को पूरी तरह से बदलने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है. यह न केवल अमेरिका और इन देशों के व्यापारिक संबंधों पर असर डाल सकता है, बल्कि वैश्विक व्यापार व्यवस्था को भी प्रभावित करेगा. ट्रंप का यह फैसला व्यापारिक वार्ता और समझौतों को नए सिरे से आकार देने की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है.

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Author

  • Sarthak Arora

    सार्थक अरोड़ा एक युवा और विचारशील लेखक हैं, जो अंतरराष्ट्रीय राजनीति, कूटनीति, और सामरिक रणनीति जैसे विषयों पर गहरी समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। The Ink Post Hindi में वह उन खबरों को आवाज़ देते हैं, जो केवल सतह पर नहीं, गहराई में जाकर समझने की माँग करती हैं।

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