Israel and Iran War: व्हाइट हाउस का ये संदेश सुन खौफ में खामेनेई! युद्ध की होगी नई शुरुआत?

Israel and Iran War

Israel and Iran War: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इस हफ्ते वॉशिंगटन दौरे पर पहुंचे, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी मुलाकात ने एक नई राजनीतिक दिशा को जन्म दिया. इस दौरान दोनों नेताओं ने हाल ही में ईरान के न्यूक्लियर केंद्रों पर किए गए हमलों को लेकर अपने प्रयासों की सफलता का जश्न मनाया. लेकिन इस मीटिंग के दौरान सामने आई एक तस्वीर ने सबका ध्यान खींच लिया और ईरान को लेकर कुछ अहम सवाल खड़े कर दिए हैं.

तस्वीर में छिपा संदेश: ईरान के खिलाफ एक ठोस इरादा

व्हाइट हाउस में ट्रंप और नेतन्याहू की एक तस्वीर सामने आई, जिसमें दोनों नेता इस हमले के परिणामों पर चर्चा करते हुए दिखाई दे रहे हैं. माना जा रहा है कि यह तस्वीर एक खास संदेश दे रही है, जो ईरान के लिए एक कड़ा इशारा हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक, ट्रंप और नेतन्याहू का मानना है कि डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमले के पीछे ईरान का हाथ था, और अब यह वक्त है जब बदला लिया जाएगा.

ट्रंप पर हमले का आरोप: ईरान का संदिग्ध हाथ

अमेरिकी चुनावी दौरे के दौरान 13 जुलाई 2024 को ट्रंप पर एक जानलेवा हमला हुआ था, जब वह पेंसिल्वेनिया के बटलर शहर में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे. इस हमले में ट्रंप के पास से एक गोली गुजर गई, जो उनके लिए एक बड़ी घटना बन सकती थी. अमेरिकी न्याय विभाग ने इस हमले के बाद यह दावा किया था कि इस हमले के पीछे ईरान का हाथ था, और ईरान ने ट्रंप की हत्या करने के लिए सुपारी दी थी. इसके लगभग 64 दिन बाद, ट्रंप पर एक और जानलेवा हमला किया गया, जब वह फ्लोरिडा के पाम बीच काउंटी के इंटरनेशनल गोल्फ क्लब में मौजूद थे.

ट्रंप की जीत पर ईरान की प्रतिक्रिया

हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद ईरान ने बहुत ठंडी प्रतिक्रिया दी थी. ईरान के राष्ट्रपति के प्रवक्ता फतेह मोहजेरानी ने कहा था कि ट्रंप की जीत से ईरान पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उनका यह कहना था कि दोनों देशों के बीच नीतियां पहले से तय हैं, और किसी भी नई सरकार के आने से इन नीतियों में कोई बदलाव नहीं होगा.

ईरान और इजराइल के बीच बढ़ता तनाव

हाल ही में इजराइल और ईरान के बीच बढ़े संघर्ष में अमेरिका की सक्रिय भूमिका सामने आई थी. पिछले महीने 12 दिन तक चले युद्ध में ट्रंप ने अहम भूमिका निभाई और इजराइली सेना को ईरान की मिसाइलों से बचाया. साथ ही, ट्रंप ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई के न्यूक्लियर प्लांट को तबाह कर दिया. इस कदम से ईरान का परमाणु कार्यक्रम एक बड़ा झटका लगा, और इससे क्षेत्रीय तनाव और बढ़ गया.

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Author

  • Sarthak Arora

    सार्थक अरोड़ा एक युवा और विचारशील लेखक हैं, जो अंतरराष्ट्रीय राजनीति, कूटनीति, और सामरिक रणनीति जैसे विषयों पर गहरी समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। The Ink Post Hindi में वह उन खबरों को आवाज़ देते हैं, जो केवल सतह पर नहीं, गहराई में जाकर समझने की माँग करती हैं।

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