Israel Air Dome: यूक्रेन और रूस के बीच जारी संघर्ष ने यूरोप की सीमाओं पर असुरक्षा की भावना को और गहरा कर दिया है. ऐसे माहौल में अब यूरोपीय देश अपनी रक्षा रणनीतियों को मजबूत करने में जुट गए हैं. इसी क्रम में रोमानिया ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है—देश की वायु रक्षा को मजबूत करने के लिए वह अब इज़रायल से ‘आयरन डोम’ एयर डिफेंस सिस्टम खरीदेगा. यह वही सिस्टम है जिसने इज़रायल को अब तक कई घातक मिसाइल और रॉकेट हमलों से सुरक्षित रखा है. रोमानिया इस रक्षा प्रणाली को अपनाने वाला यूरोप का पहला देश बनने जा रहा है.
इज़रायल से बड़ा सौदा, साल के अंत तक होगा करार
इस निर्णय की पुष्टि रोमानिया के नवनियुक्त रक्षा मंत्री इयोनुत मोस्तेनु ने की. उन्होंने जानकारी दी कि इज़रायल की डिफेंस कंपनी राफायल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स के साथ यह समझौता 2025 के अंत तक पूरा होने की संभावना है. सौदे की कुल लागत 2.34 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक आंकी जा रही है. रक्षा मंत्री के अनुसार, आज के समय में खतरों की प्रकृति बदल गई है—केवल लंबी दूरी की मिसाइलें ही नहीं, बल्कि ड्रोन, क्रूज मिसाइलें और कम दूरी के रॉकेट भी गंभीर खतरे बन चुके हैं. ऐसे में ‘आयरन डोम’ जैसे सिस्टम की जरूरत और भी ज्यादा हो जाती है.
क्या है आयरन डोम और क्यों है खास?
‘आयरन डोम’ एक कम दूरी की मिसाइल रक्षा प्रणाली है, जो हमले की स्थिति में महज कुछ सेकंड में लक्ष्य का पता लगाकर उसे हवा में ही नष्ट करने की क्षमता रखती है. इसमें लगा EL/M-2084 मल्टी-मिशन रडार, तामिर इंटरसेप्टर मिसाइलें, और एक एडवांस वॉर मैनेजमेंट सिस्टम मिलकर एक प्रभावी सुरक्षा घेरा बनाते हैं. इस सिस्टम ने हाल ही में ईरान से हुए मिसाइल हमलों में इज़रायल के शहरों को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. यही कारण है कि रोमानिया ने इसे प्राथमिकता दी है.
पहले से मौजूद अमेरिकी सिस्टम की सीमाएं
गौरतलब है कि रोमानिया के पास पहले से ही अमेरिका से प्राप्त पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जो मध्यम और लंबी दूरी के खतरों से निपटने में सक्षम है. लेकिन कम दूरी से आने वाले प्रोजेक्टाइल, ड्रोन और क्रूज मिसाइलों को रोकने में इसकी सीमा है. इसी कमी को पूरा करने के लिए अब ‘आयरन डोम’ की तैनाती की जा रही है.
फ्रांस-जर्मनी की पेशकश हुई खारिज
इससे पहले फ्रांस और जर्मनी की रक्षा कंपनियों ने भी रोमानिया को अपने सिस्टम ऑफर किए थे, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार वे न केवल कीमत में अधिक थे, बल्कि तकनीकी रूप से भी ‘आयरन डोम’ जितने प्रभावी नहीं थे. इज़रायली प्रणाली न केवल कम लागत में अधिक सुरक्षा देती है, बल्कि तेजी से तैनात भी की जा सकती है.
NATO से होगी समन्वय की शुरुआत
इस डील का एक और बड़ा पहलू है. ‘आयरन डोम’ को NATO के एयर डिफेंस नेटवर्क से जोड़ा जाएगा. इससे न केवल रोमानिया की सुरक्षा मजबूत होगी, बल्कि यह अन्य नाटो देशों के लिए भी सुरक्षा कवच का कार्य करेगा. रक्षा मंत्री मोस्तेनु ने साफ संकेत दिया है कि रोमानिया अब सिर्फ एक बफर जोन बनकर नहीं रहना चाहता, बल्कि एक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर सुरक्षा शक्ति के रूप में उभरना चाहता है.
क्या-क्या होगा इस रक्षा प्रणाली में शामिल?
रोमानिया को जो ‘आयरन डोम’ सिस्टम मिलेगा, उसमें शामिल होंगे:
- कई बैटरियां,
- तामिर इंटरसेप्टर मिसाइलें,
- EL/M-2084 रडार यूनिट्स, और एक उन्नत युद्ध प्रबंधन प्रणाली. ये सभी उपकरण मिलकर रोमानिया को मोर्टार, ड्रोन और कम ऊंचाई से दागे जाने वाले रॉकेट जैसे खतरों से बचाएंगे.
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