One Big Beautiful Bill Act: अमेरिकी गलियारों में इन दिनों वन बिग ब्यूटीफुल बिल (One Big Beautiful Bill Act) की खूब चर्चा हो रही है. इस बिल के कारण मस्क और ट्रंप के बीच विवाद शुरू हुआ. आखिर में विवाद इस कदर बढ़ा कि दोनोंं को अपनी राहें ही अलग करनी पड़ी. ऐसे में जब से दोनों अलग हुए तब से दोनों एक दूसरे पर बयानबाजी कर रहे हैं.
हालांकि सोमवार को यह बिल सिनेट में पास हो चुका है. जिसके बाद अब इसे हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में भेजा जाएगा. इस बिल के पास होने के बाद से ही एक चर्चा काफी तेज होना शुरू हो चुकी है कि अरबपति मस्क नई राजनीतिक पार्टी बना सकते हैं. ऐसे में आखिर इस चर्चा में कितनी सच्चाई है साथ ही आखिर ये बिल है क्या आज हम आपसे इसी पर डिटेल में बात करने वाले हैं. आइए जानते हैं.
क्या मस्क बनाएंंगे नई पार्टी
बात करें ट्रंप के नई राजनीतिक पार्टी बनाने की, आखिर ये चर्चा क्योंं हो रही है साथ ही इसमें कितनी सच्चाई है? दरअसल इस बिल को लेकर मस्क ने दावा किया था कि वह नई राजनीतिक पार्टी का निर्माण कर सकते हैं. यहां से दोंने के बीच की बहस को और धार मिली.

इतना ही नहीं ट्रंप ने मस्क के खिलाफ में कई बयान दे डाले. यहां तक की उन्हें धमकी देते हुए अपनी दुकान बंद करने की भी चेतावनी दी थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ट्रंप का कहना था कि इलेक्ट्रिक कार ठीक तो हैं लेकिन लोगों पर इन्हें जबरदस्ती थोपना बेवकूफी है. इस बयान के जरिए ट्रंप का सीधा निशाना मस्क पर था. अपने बयान में ट्रंप ने आगे कहा कि अपब इलेक्ट्रिक कारे नहीं बनेंगी तो इससे सरकार का काफी सारा पैसा बच जाएगा.
क्या है वन बिग ब्यूटीफुल एक्ट? (One Big Beautiful Bill Act)
वहीं आखिर जिस बिल को लेकर यह बहस काफी गहराती जा रही है वो आखिर है क्या? तो आपको बता दें कि इसे अमेरिकी संसद सीनेट जो संसद का उच्च सदन होता है. इसे सीनेट में पारित किया गया है. रिपब्लिकन सदस्यों ने अपने तीन साथी सीनेटर और डेमोक्रेट सांसदों के कड़े विरोध के बीच ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट’ को पारित कराने में सफलता हासिल की. इस बिल के पक्ष में और विरोध 50ृ-50 वोट पड़े. जिसके बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने इस बिल पर अपनी मंंजूरी दी और इसे पारित किया. जिन तीन सासंदों ने इस बिल का विरोध किया उनमें थॉम थिलिस, सुजैन कॉलिन्स और केंटकी रैंड पॉल का नाम शामिल है.
ट्रंप का इस बिल को लाने के पीछे का मकसद सिर्फ इतना सा है कि टैक्स में कटौती की जा सके साथ ही इसका विस्तार हो. सीमा सुरक्षा पर होने वाले खर्च को बढ़ाया जा सके. इतना ही नहीं सरकारी इवेंट्स को कम करके उनमें कटौती की जासके. क्योंकि इसे लेकर दो नेताओं की अलग सोच है. इसलिए दोनों की इसपर खूब बहस जारी है. इसके वित्तीय और सामाजिक प्रभावों को लेकर गंभीर बहस चल रही है.
नई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे
वहीं जब ये विधेयक पास होने की चर्चा जारी थी. उसी समय मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था कि यदि यह बिल पारित हुआ तो मस्क नई पार्टी बनाएंंगे. उनके इस पोस्ट को 2.6 करोड़ बार देखा गया. इसी दौरान उन्होंने इस बिल को पागलपन भरा बताया. हालांकि इसके अगले ही दिन उन्होंने अपनी पार्टी का भी ऐलान किया. हमारे देश को डेमोक्रेट-रिपब्लिकन पार्टी के विकल्प की जरूरत है ताकि लोगों के पास वास्तव में आवाज हो. हालांकि ट्रंप ने भी इसके बाद बयान जारी किया था और कहा था कि उन्हें नहीं मालूम कि मस्क और उनरे संबंध आगे कैसे होने वाले हैं. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने मस्क की बहुत मदद की थी, और अब उनका रवैया दिल दुखाने वाला है.
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