HIMARS: चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच ताइवान ने अपनी सैन्य तैयारियों को धार देने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है. शनिवार को ताइवान ने अमेरिका से मिले अपने आधुनिक और घातक हथियार HIMARS (हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम) की सक्रिय तैनाती शुरू की. यह कदम साफ तौर पर चीन को यह संकेत देने के लिए उठाया गया है कि अगर हमला हुआ तो ताइवान पीछे हटने वाला नहीं है.
देश के सबसे अहम वार्षिक सैन्य अभ्यास हान कुआंग के चौथे दिन HIMARS से लैस बख्तरबंद ट्रक पहली बार ताइचुंग के तटवर्ती इलाकों में अभ्यास करते नजर आए. यह अभ्यास कुल दस दिन चलना है, और अगले हफ्ते इन हथियारों का लाइव फायर टेस्ट भी किया जाएगा.
बीजिंग का बढ़ता दबाव और ताइवान की सख्त प्रतिक्रिया
चीन लंबे समय से ताइवान को अपना हिस्सा मानता आया है, और बीते पांच वर्षों में उसने द्वीप को चारों ओर से घेरने की रणनीति पर काम तेज कर दिया है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में बताया कि बीती रात चीनी वायुसेना के 14 विमान और नौ युद्धपोत द्वीप के आसपास सक्रिय देखे गए.
इनमें से नौ विमानों ने वह ‘मध्य रेखा’ भी पार की, जिसे दोनों देशों के बीच अनौपचारिक सैन्य सीमा माना जाता है. ताइवान ने स्पष्ट कहा है कि वह चीन के दावों को अस्वीकार करता है. राष्ट्रपति लाई चिंग-ते का साफ कहना है कि “ताइवान का भविष्य केवल यहां के नागरिक ही तय करेंगे, बाहरी दखल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.”
चीन की आपत्ति और अंतरराष्ट्रीय निगाहें
चीन के रक्षा मंत्रालय ने हान कुआंग अभ्यास को “नाटकीय प्रदर्शन” करार दिया है, जबकि विदेश मंत्रालय ने अमेरिका और ताइवान के बढ़ते सैन्य संबंधों पर कड़ी आपत्ति जताई है.
क्षेत्रीय सैन्य विश्लेषकों की मानें तो HIMARS की तैनाती पर चीन की पैनी नजर है, खासकर क्योंकि यह वही हथियार है जिसका उपयोग यूक्रेन ने रूस के खिलाफ सफलतापूर्वक किया है. ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों ने भी अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन से इस हथियार को खरीदा है.
ताइवान के पास कितने HIMARS?
ताइवान ने अमेरिका से कुल 29 HIMARS यूनिटें खरीदी हैं. इनमें से पहली खेप के 11 यूनिट पिछले साल मिली थी. मई 2025 में इनका पहली बार परीक्षण किया गया था. लगभग 300 किलोमीटर की मारक क्षमता वाला यह सिस्टम चीन के तटवर्ती फ़ुज़ियान प्रांत में स्थित लक्ष्यों को आसानी से भेद सकता है.
स्थानीय रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, HIMARS को ताइवान में विकसित Thunderbolt 2000 सिस्टम के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाएगा. इसका उद्देश्य है. चीनी नौसेना को द्वीप पर उतरने से पहले ही रोका जा सके.
HIMARS: एक झलक इस आधुनिक हथियार पर
HIMARS, यानी M142 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम, अमेरिका द्वारा 1990 के दशक के आखिर में विकसित किया गया एक शक्तिशाली और लचीला रॉकेट लॉन्चर है. इसे अमेरिकी सेना के FMTV M1140 ट्रक के प्लेटफॉर्म पर फिट किया गया है.
इसमें एक रॉकेट पॉड होता है, जो या तो छह GMLRS (गाइडेड रॉकेट्स) या एक लंबी दूरी की ATACMS मिसाइल लॉन्च कर सकता है. HIMARS की खूबी है कि यह M270 MLRS जैसे पुराने सिस्टम के गोला-बारूद के साथ भी संगत है, लेकिन इसमें केवल एक पॉड होता है, जबकि M270 में दो. इसे भारी सैन्य विमानों जैसे C-130, C-17 ग्लोबमास्टर और C-5 गैलेक्सी से कहीं भी तेजी से तैनात किया जा सकता है.
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