Importance of red saree on Karwa Chauth: हिन्दू धर्म में करवाचौथ का पर्व बेहद खास होता है हर एक महिला के लिए। इस दिन हर विवाहित महिला अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती है। सुबह से बिना कुछ खाए पिए रात में चांद देखकर अपने पति के हाथों से व्रत खोलती है। इसलिए यह त्योहार का महत्व धर्म के साथ साथ भावनाओं से भी जुड़ा होता है। इसलिए महिला के लिए यह बेहद जरूरी होता है कि वो किस रंग के कपड़े , आभूषण पहन रही है , यह सभी चीज मायने रखती है।
हमने अक्सर हमारी मां या आस पास की महिलाओं को इस पर्व पर लाल साड़ी या लाल सूट पहने जरूर देखा होगा। इस लाल रंग का एक खास महत्व होता है इसलिए हर महिला लाल रंग की साड़ी पहनती है, क्योंकि लाल रंग प्यार , ताकत और सौभाग्य का प्रतीत माना जाता है।
आइए विस्तार से जानते है कि क्यों लाल रंग की साड़ी पहनी जाती है। (Importance of red saree on Karwa Chauth)
लाल रंग पति की लंबी उम्र की भावना को दर्शाता है क्योंकि यह हमारे विवाहित जीवन से जुड़ा होता है। जैसे सिंदूर ,चूड़ी ,बिंदी आदि प्रकार की चीज लाल होती है उसी तरह से लाल साड़ी भी करवा चौथ पर जरूरी मानी जाती है।
लाल रंग को सबसे शुभ रंग माना जाता है यह रंग सिर्फ आपकी खूबसूरती ही नहीं बल्कि हर एक रिश्ते की मजबूती, प्रेम बढ़ाता है। यह रंग त्यौहार की एनर्जी और पॉजिटिविटी को बढ़ाता है यही कारण है कि हर महिला इस दिन लाल रंग की साड़ी चुनती है।
इसके अलावा यह रंग माता पार्वती और मां दुर्गा से जुड़ा होता है जो स्त्री की ताकत का प्रतीक होता है।
लाल रंग हर एक महिला के लिए उसके वैवाहिक के जीवन की यादों को ताजा कर देता है। क्योंकि शादी के समय हर महिला लाल जोड़े में सजती है।
लाल रंग महिलाओं को आत्मविश्वास, साहस और जुनून देता है।
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