Barefoot Walking: जूते-चप्पल छोड़ नंगे पैर चलना कर दें शुरू, शरीर को मिलेगा ऐसा लाभ आप भी कहेंगे वाह!

Barefoot Walking: शरीर को स्वस्थ रखने के लिए लोग कई तरह की एक्सरसाइज़ और डाइट प्लान अपनाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि फिटनेस पाने का एक सबसे सरल, प्राकृतिक और मुफ़्त तरीका आपके पैरों के नीचे ही मौजूद है? जी हां, हम बात कर रहे हैं नंगे पैर चलने (Barefoot Walking) की, जो आपकी सेहत को अंदर और बाहर दोनों स्तरों पर सुधार सकता है.

विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर आप रोजाना कुछ समय नंगे पैर घास या मिट्टी पर चलें, तो इससे न केवल आपका शरीर ऊर्जावान बनता है, बल्कि मानसिक तनाव और कई बीमारियों से भी राहत मिल सकती है. आइए जानते हैं कि विज्ञान और आयुर्वेद दोनों के नज़रिए से नंगे पैर चलना कितना फायदेमंद हो सकता है.

वैज्ञानिक क्या कहते हैं?


नंगे पैर चलने को ‘ग्राउंडिंग’ या ‘अर्थिंग’ कहा जाता है. Journal of Inflammation में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, जब शरीर सीधे धरती के संपर्क में आता है, तो धरती से मिलने वाले प्राकृतिक इलेक्ट्रॉन्स शरीर के अंदर एंटीऑक्सीडेंट की तरह कार्य करते हैं. यह इलेक्ट्रॉन्स शरीर में मौजूद सूजन को कम करने, कोशिकाओं की क्षति से बचाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में सहायक होते हैं.

रोजाना नंगे पैर चलने के प्रमुख लाभ

  1. बेहतर नींद और स्थिर मूड
    धरती की ऊर्जा शरीर में मेलाटोनिन और सेरोटोनिन जैसे हार्मोन को संतुलित करती है, जिससे नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और मानसिक शांति बनी रहती है. इससे तनाव घटता है और व्यक्ति भावनात्मक रूप से भी मजबूत महसूस करता है.
  2. तनाव और एंग्जायटी में कमी
    नंगे पैर चलने से शरीर में जमा इलेक्ट्रोमैग्नेटिक चार्ज बाहर निकलता है. यह प्रक्रिया कॉर्टिसोल (Stress Hormone) के स्तर को घटाती है, जिससे दिमाग शांत होता है और चिंता से राहत मिलती है.
  3. शरीर में लचीलापन बढ़े
    जूते पहनने से पैरों की मूवमेंट सीमित हो जाती है, लेकिन नंगे पैर चलने से पैर, एंकल और मांसपेशियों की नेचुरल मूवमेंट बढ़ती है. इससे फ्लेक्सिबिलिटी सुधरती है और जॉइंट पेन, अकड़न व जकड़न में राहत मिलती है.
  4. दिल और रक्त संचार की सेहत में सुधार
    पैरों की त्वचा जब सीधा धरती से जुड़ती है, तो ब्लड सर्कुलेशन में तेजी आती है. इससे हार्ट को पंपिंग में मदद मिलती है और हाई-लो ब्लड प्रेशर में भी संतुलन बना रहता है. नसों तक ऑक्सीजन बेहतर तरीके से पहुंचती है.

किसे करना चाहिए Barefoot Walking?


डायबिटीज के मरीजों को खासतौर पर सुबह की घास पर नंगे पैर चलने की सलाह दी जाती है. जो लोग तनाव, नींद की समस्या या थकान महसूस करते हैं, उनके लिए यह एक नेचुरल थेरेपी की तरह काम कर सकता है. बच्चों, बूढ़ों और युवाओं — सभी के लिए सुरक्षित और लाभकारी.

यह भी पढ़ें: How To Be Fit Without Gym: नहीं जा सकते जिम? कोई बात नहीं! घर पर करें पूरी बॉडी ट्रेन

The Ink Post Hindi: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को पढ़ने के लिए हमारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Facebook and Instagram and LinkedIn and Twitter to Stay updated! पर फॉलो कीजिए.

Author

  • Sarthak Arora

    सार्थक अरोड़ा एक युवा और विचारशील लेखक हैं, जो अंतरराष्ट्रीय राजनीति, कूटनीति, और सामरिक रणनीति जैसे विषयों पर गहरी समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं। The Ink Post Hindi में वह उन खबरों को आवाज़ देते हैं, जो केवल सतह पर नहीं, गहराई में जाकर समझने की माँग करती हैं।

Leave a Comment